मां ,मेरी अपनी गुल्लक को मुझे शहीद कोष बनाना है। मां ,मेरी अपनी गुल्लक को मुझे शहीद कोष बनाना है।
गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरियाली गुम हो जात गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरिया...
मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में
हर लम्हा हर लम्हा
गली में गली, गली में गली,,,, गली से होकर,घाट पर चला,,,, बढ़ा हुआ था, गंगा जी का प्रव गली में गली, गली में गली,,,, गली से होकर,घाट पर चला,,,, बढ़ा हुआ था, गंगा ...
इस संसार को जो गतिवान बनाती है अपने कर्म की पूर्ती सदैव करने का जो देती है सन्देश वो शाश्वत सत्य है ... इस संसार को जो गतिवान बनाती है अपने कर्म की पूर्ती सदैव करने का जो देती है सन्दे...